Networkers career in danger
नेटवर्कर की दर्द भरी मार्मिक कथा प्रकाश: क्या विजय !!! कैसे हो यार। सब बढ़िया??? विजय: ठीक हूँ भाई। ज़िंदा हूँ। प्रकाश: ऐसा क्यों बोल रहा है भाई। तू तो एम्.एल.एम्. लीडर है यार। पिछली बार तो बड़े जोश में मिला था। और इस बार सूखा सूखा बोल रहा है। विजय: कुछ नहीं यार। मन उठ गया है नेटवर्क मार्केटिंग से। पुरे जी जान से कोशिश किए जा रहा हूँ, पर कुछ हाथ नहीं लगता। प्रकाश: क्या बात कर रहा है यार??? तूने ठीक […]








