श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा : पार्थ, त्रिलोक में मेरे लिए कुछ भी करना ज़रूरी नहीं है। मुझे कुछ भी पाने की इच्छा नहीं है, ना ही कुछ पाने की
ज़रूरत है। सब कुछ तो मेरे वश में है। फिर भी मै अपनी प्रकृति को आधीन होकर अपनी ही योगमाया से युग युग में प्रकट होता हूँ और अपने कर्तव्य को पूरा करता हूँ। समाज और मानव को यह दिखलाता हूँ के निष्काम भाव से अपने कर्तव्यों को करते हुए जीवन व्यतीत करना संभव है।
तुम भी लोक कल्याण को अपना परम उद्देश्य मानकर धर्म की रक्षा के लिए युद्ध करो। अपने मोह, भय, आंकांक्षाओ से मुक्त होकर निस्वार्थ होकर युद्ध करो। के यही तुम्हारा परम कर्त्तव्य है।
फल तो तुम्हे वही मिलेगा, लेकिन अगर कर्त्तव्य करते हुए तुमने अपना स्वार्थ मिला लिया तो तुम्हारा कर्म तुम्हे बाँध देगा, तुम्हे अपने कर्म फल को भोगना होगा। और तुम्हे जन्म पर जन्म लेते रहना होगा।
यह ध्यान रहे अर्जुन, के कुछ न करना भी कर्म ही है। अपने कर्त्तव्य से मुँह मोड़कर अकर्मण्य होना भी कर्म ही है। मनुष्य को कभी अकर्मण्य नहीं होना चाहिए। इसलिए निष्काम भाव से अपने कर्तव्यों को पूरा करो और मुझमे ध्यान लगाओ। इस प्रकार तुम पूर्ण रूप से मुझे प्राप्त करोगे।
इम्पैक्ट के साथियो। पुरे श्रद्धा और विश्वास से इम्पैक्ट बिज़नेस प्लान को लोगो तक इसलिए पहुंचाओ ताकि उसका करियर सेट हो सके, ना की आपका। करियर तो आपका सेट अपने आप हो ही जायेगा। लेकिन अगर आप अपने समस्याओ के बारे में सोचकर इम्पैक्ट करोगे क्योंकि आपको कुछ पाना है तो आप ज़्यादा नहीं कर पाओगे। क्योंकि आपके पास कोई मकसद ही नहीं है। आपमें शक्ति ही नहीं आएगी। लेकिन अगर आपने इम्पैक्ट बिज़नेस को अपना एक मात्र लक्ष्य बना लिया तो आपके अंदर कर्म करने की, औरो के अच्छे के लिए अपना कर्त्तव्य करने की ऊर्जा अपने आप आएगी।
फिर ना आप थकोगे, ना कंप्लेन करोगे। ना ही आपका ध्यान यहाँ वहां की बातों में भटकेगा। सिर्फ अपने मकसद पर, अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित होगा। आप कई लोगो की ज़िंदगी संवार दोगे और इसी प्रक्रिया में आपके परिवार का जीवन हमेशा के लिए संवर जाएगा।
अपने स्वार्थ का पूरी तरह से त्याग करके अपने कर्म में जुट जाओ। हर रोज़ कम से कम दो लोगो को बिज़नेस प्लान पूरा ३० मिनट में बताओ। फूल टाइम करने वाले कम से कम 5 से 10 प्लान बताओ। अपने अगले मीटिंग के बारे में सोचो। अगले फॉलो अप के बारे में सोचो। क्लोज़ करो। न्यू जोईनिंग्स करो। ढेर सारा रिपर्चेस करो। रोज़ ऑडियो सुनो।हर रोज़ वीडियो देखो। बार बार देखो। 100 बार देखो। तब तक देखो जब तक वह आपके खून के हरेक कतरे में न समा जाए।
एक बार एकाग्रता से ३ से ६ महीना इम्पैक्ट बिज़नेस में काम तो करो। एक बार 500 लोगो को यह बिज़नेस समझाकर तो देखो। आप ज़रूर सफल हो चुके होंगे। पर ध्यान रहे, निस्वार्थ भाव से अपना कर्त्तव्य जानकार, सामने वाले के फायदे के लिए प्लान दिखाए। कर्मवीर बनो।
लोग फंसे हुए है अपने नौकरी में, अपने बिज़नेस में। बिल भरने का डर हर महीने उनके मन में डर उत्पन्न करता है। एक अनहोनी उनके पुरे जीवन को तीतर-बितर कर सकती है। कोम्प्रोमाईज़ कर करके जीना पड़ रहा है। और आपके पास शक्ति है उसके जीवन को बदलने की। आपके पास दुनिया का सबसे बेहतरीन बिज़नेस है – मिशन इम्पैक्ट। अपनी शक्तियों का मानव कल्याण के लिए उपयोग करे। आपके पास दुनिया का सबसे अच्छा कॉम्पेन्सेशन प्लान है, सबसे अच्छा वैल्यू फॉर मनी देने वाले पैकेजीस है, सबसे अच्छा मार्केटिंग सपोर्ट है। इससे आसान कुछ भी नहीं।
आलस छोड़कर, अपने स्वार्थ और अहंकार को त्याग कर, अपने कर्म में पूरी ताकत के साथ जुट जाइए। आपमें शक्ति है परिवर्तन लाने की। विजय आपकी होगी।
