सपने सच बादमे होते है। उससे पहले सपने देखने पड़ते है।
बार-बार, लगातार, हर रोज़ देखने पड़ते है। 
अपने सपनो में यकीन करना पड़ता है। इस तरह सपनो में जान आने लगती है।
सपनो को धीरे धीरे वास्तविकता में बदलते हुए देखना पड़ता है। हर रोज़।
जब तक वह सपने हकीकत में तब्दील नहीं हो जाते।
हर रोज़ यह कल्पना कीजिए …
– की आपकी टीम बढ़ती जा रही है
– आप जिस किसी को प्लान दिखाते है वो उत्साह के साथ आपको जॉइन करता है
– आपकी टीम सभी ऑडिओस और विडिओस देख रहे है
– सभी 100 % रिपर्चेस कर रहे है
– बिज़नेस वॉल्यूम आसमान को छू रहा है
– आपकी टीम का हर व्यक्ति प्रोडक्ट सेल्स करते हुए चैम्पियंस क्लब और 1 + 1 = 11 क्लब में क्वालीफाई हो रहा है
– टीम का हर व्यक्ति हर रोज़ वॉट्स एप और फेसबुक पर नियमित रूप से पोस्ट कर रहा है
– इन्क्वयरी जो लोग करते है वे इम्पेक्ट बिज़नेस से प्रभावित होकर जॉइन करते चले जा रहे है
– हर महीने आपकी इनकम बढ़ती जा रही है
– आप वोह लीडर बन गए जिसके साथ हर कोई काम करना चाहता है
– आपकी टीम आपका सम्मान करती है
– आप अपने परिवार के साथ अपने ड्रीम कर में वेकेशन पर घूम रहे है
– आप पैसो के पीछे की दौड़ से आज़ाद हो चुके है
इस तरह आपके सपनो में जान आती है। फिर कदम आगे बढ़ते है। फिर निराशा आपको नहीं छूती।
आप एक्शन करते है और आपको सकारात्मक रिज़ल्ट्स मिलते है।
आपको सपने देखने होंगे इस तरह से। अगर आप सपने इस तरह से नहीं देख पाए तो आपके सपने पुरे नहीं होंगे।
डर को छोड़िये। आत्मविश्वास को अपनाइये।
